चेन्नई की एक लड़की उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए लंदन गई थी और रहस्यमय तरीके से गायब हो गयी।
लड़की के पिता जो चेन्नई के एक व्यापारी है ने स्थानीय पुलिस के पास मामला दर्ज कराया है। उनका कहना है की उनकी बेटी को बांग्लादेश के एक समूह द्वारा अपहृत कर लिया गया है। लड़की उस गिरोह के जाल में फंस गई थी जो लंदन में सक्रिय है।
रिपोर्टं में कहा गया है कि लड़की, जो लंदन में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए गई थी वहां नफीस नमक एक व्यक्ति से मिली , जो एक बांग्लादेशी नागरिक है । नफीस एक गिरोह का हिस्सा है जो भारत की लड़कियों को लुभाता है और उनकी तस्करी करता है। नफीस मामले का मुख्य आरोपी है और बांग्लादेश के पूर्व संसद सदस्य सरदार शखावत हुसैन बकुल का बेटा है।
इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुआ भारत सरकार ने इस मामले की जांच के लिए अपनी प्रमुख जांच एजेंसी, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को प्रतिनियुक्त किया। एनआईए ने अपराध दर्ज किया और प्रारंभिक जांच में ही चौंकाने वाले खुलासे किये ।
चेन्नई के एक अंग्रेजी दैनिक ने लड़की के पिता के हवाले से कहा कि उनकी बेटी को कट्टरपंथी बना दिया गया था और कथित गिरोह द्वारा इस्लाम में परिवर्तित करा दिया गया था। और अब वो गिरोह लड़की को आजाद करने के लिए फिरौती मांग रहा है।
जिसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भारत में लड़कियों के अपहरण और अपहरण से जुड़े बांग्लादेशी गिरोह की जांच शुरू कर दी ।
रिपोर्ट के अनुसार केरल में ‘लव जिहाद’ चरम पर है जहां बड़ी संख्या में हिंदू और ईसाई लड़कियों को इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया गया है और इसके साथ ही कई मुस्लिम पुरुषों के साथ शादी भी की गई है।
25 मार्च को राष्ट्रव्यापी बंद की घोषणा की गई , तब से लेकर अब तक 100 से अधिक ऐसे विवाह हुए हैं जिनमें पहले लड़कियों को बहलाया फुसलाया जाता है और फिर उन्हें इस्लाम में परिवर्तित कर दिया जाता है।
ये रिपोर्ट नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की तरफ से नहीं आया है , संयुक्त राष्ट्र ने अपनी रिपोर्ट में सनसनीखेज टिप्पणियों की है।
पिछले महीने, आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि केरल और कर्नाटक में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकवादीयों की संख्या बहुत है। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी भी दी कि अल-कायदा आतंकवादी समूह भारतीय उपमहाद्वीप क्षेत्र में मौजूद है और यहां हमलों की योजना बना रहा है।