न्यूज़ रिवेटिंग
लखनऊ, अक्टूबर 10
उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के बेटे आशीष मिश्रा को शनिवार को करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
आधी रात के बाद उसे अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने शनिवार रात लगभग 11 बजे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी का खुलासा किया। अधिकारियो ने बताया कि मिश्रा ने पुलिस के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दिया और जांच में सहयोग नहीं किया। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
आशीष मिश्रा की शनिवार देर रात चिकित्सीय जांच कराई गई और आधी रात के बाद मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में लखीमपुर खीरी जिला जेल भेज दिया। आशीष की पुलिस रिमांड के लिए अर्जी दी गयी थी पर अदालत ने इस अर्जी पर सुनवाई के लिए 11 अक्तूबर की तारीख तय की है।
केंद्र के 3 कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने आरोप लगाया कि पूर्व नियोजित साजिश के तहत हिंसा की गई। किसान संघों ने कहा कि अगर सरकार 11 अक्तूबर तक उनकी मांगों को नहीं मानती है तो वे मारे गए किसानों की अस्थियों को लेकर लखीमपुर खीरी से ‘शहीद किसान यात्रा’ निकालेंगे।
एसकेएम ने 18 अक्तूबर को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक देश भर में ‘रेल रोको’ आंदोलन और 26 अक्तूबर को लखनऊ में ‘महापंचायत’ करने का आह्वान किया। एसकेएम के नेता योगेंद्र यादव ने दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अजय मिश्रा को ‘‘मंत्रिपरिषद से बर्खास्त किया जाना चाहिए और उन्हें हत्या और साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया जाना चाहिए।’