छत्तीसगढ़ के आईएएस अधिकारी अंबालागन की पहल को प्रधानमंत्री के “मन की बात” में जगह मिली

Representational image

न्यूज रिवेटिंग

रायपुर, 29 जनवरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने “मन की बात” में छत्तीसगढ़ के एक जैविक खेती परियोजना का उल्लेख किया जिसमें छत्तीसगढ़ के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी अंबालागन पी सक्रिय रूप से शामिल थे।

प्रधानमंत्री ने रविवार को ‘मन की बात’ की 97वीं कड़ी का प्रतिपादन करते हुए छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में संदीप शर्मा द्वारा शुरू किए गए किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा, ”प्राकृतिक खेती से जुड़े छत्तीसगढ़ के संदीप शर्मा के एफपीओ से 12 राज्यों के किसान जुड़े हुए हैं।  वे आठ प्रकार के मिलेट्स फ्लौर बनाते और उसका व्यंजन भी।

शर्मा ने फार्मर्स प्राइड की शुरुआत की ताकि उपभोक्ताओं और किसानों को सशक्त बनाने के लिए एक अनूठा मंच मिल सके। यह परियोजना परिवार और दोस्तों की सेवा के लिए एक छोटी खाद्य प्रसंस्करण इकाई के साथ शुरू हुई। 22 साल पहले शुरू हुए आत्मनिर्भरता के छोटे से प्रयोग ने जैविक उत्पादन के गुणवत्ता मानकों को समाज में स्थापित कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।

संगठन ने 2017 में बिलासपुर के प्रगतिशील जैविक किसानों के साथ एक दुकान शुरू की। बिलासपुर के तत्कालीन जिला कलेक्टर और 2004 बैच के आईएएस अधिकारी अंबालागन पी ने NABRAD के तत्कालीन जिला विकास प्रबंधक कमल पटनायक के साथ परियोजना में गहरी रुचि दिखाई। द फार्मर्स प्राइड का कहना है कि पहली दुकान अंबालागन पी. के नेतृत्व में स्थापित की गई थी और उन्होंने पूरी टीम को न केवल प्रोत्साहित किया बल्कि सक्रिय रूप से हर संभव मदद भी की।

प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में स्थापित मिलेट्स कैफे का भी जिक्र किया। “अगर आपको छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जाने का मौका मिले, तो आपको यहां मिलेट्स कैफे जरूर जाना चाहिए। कुछ महीने पहले शुरू हुए इस मिलेट्स कैफे में चिल्ला, डोसा, मोमोज, पिज्जा और मंचूरियन जैसे आइटम बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं,” प्रधानमंत्री ने कहा। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *