नागालैंड देश का एकमात्र राज्य है जहाँ पुलिस कर्मी स्वीकृत संख्या से अधिक है वही छत्तीसगढ़ में लगभग 15 प्रतिशत बल कम है।
गृह मंत्रालय के तहत एक एजेंसी द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नागालैंड में 26,738 की स्वीकृत संख्या के विरुद्ध 28,113 पुलिस कर्मी वास्तव में नियुक्त हैं। स्वीकृत संख्या से अधिक बल वाला नागालैंड भारत में एकमात्र राज्य या केंद्र शासित प्रदेश है।
नागालैंड पुलिस बल जिसमें सिविल, जिला रिजर्व, विशेष सशस्त्र बल और भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबी) शामिल हैं, में 1375 कर्मियों अधिक है। हाल ही में पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो (बीपीआर एंड डी) द्वारा जारी नवीनतम ‘डेटा ऑन पुलिस ऑर्गनाइजेशन’ में इस बारे मे बताया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अन्य सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप में 54 से लेकर उत्तरप्रदेश राज्य में 1,11,865 तक रिक्तियां पुलिस बल में हैं।
मध्य क्षेत्र के राज्यों की रिक्तियों में सबसे अधिक तेलंगाना में 38 प्रतिशत स्वीकृत पद रिक्त हैं इसके बाद मध्य प्रदेश में 24 प्रतिशत वही ओडिशा में सब काम 12 प्रतिशत रिक्तियाँ हैं।
आंकड़ों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में 75664 की स्वीकृत बल के मुकाबले 63839 का वास्तविक बल है। लगभग 15 प्रतिशत पद अभी भी खाली हैं। तेलंगाना में, 78369 पद स्वीकृत किए गए थे जबकि 48877 ही भरे गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश में, 99496 पुलिसकर्मी 130984 पदों के विरुद्ध में कार्यरत हैं , झारखंड में 64938 की संख्या में पुलिसकर्मी 82277 के स्वीकृत पद के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं और ओडिशा में, 21 प्रतिशत रिक्त पदों को नहीं भरा जा सका है, क्योंकि 58455 कर्मी 66161 की स्वीकृत शक्ति के विरुद्ध काम कर रहे हैं।