चीन ने 10,000 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया; दूसरों को देता है मानवाधिकारों का उपदेश

हांगकांग प्रदर्शनकारियों का फाइल चित्र

न्यूज़ रिवेटिंग

ऐसे समय में जब चीन कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका एवं अन्य देशों को निशाना बना रहा है, सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों को वह कैसे निपटा रहा है इसका चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है।

न्याय विभाग, सिविल सेवा और संवैधानिक मामलों के ब्यूरो द्वारा गुरुवार को सांसदों को जारी किए गए कागजात में खुलासा करते हुए कहा कि हांगकांग पुलिस ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों के मामले में 10,200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। 2019 के मध्य से पिछले 20 महीनों में यह गिरफ्तारियां हुई हैं।

हांगकांग जनआंदोलन को कुचलने चीन सरकार की यह दमन वाली कार्यवाही थी। गिरफ्तार लोगो पर गैरकानूनी असेंबली, आगजनी, राष्ट्रीय ध्वज फहराने, आपत्तिजनक हथियार रखने, पुलिस अधिकारी पर हमला करने और एक एक्सप्रेसवे पर वाहन रोकने जैसे अपराधों के आरोप लगाए गए हैं।

न्यायिक विभाग ने कहा कि 2,521 गिरफ़्तारियों में से या न्यायिक कार्यवाही से गुज़रने वाले 883 लोगों पर क़ानूनी कार्यवाही होगी – जिनमें 614 दोषी करार दिए गए, 261 को बाउंड ओवर, चार को देखभाल या संरक्षण के आदेश और चार को सज़ा दी गई। इनमे से 720 पर दंगे का आरोप लगाया गया है ।

चीनी कार्रवाई में प्रभावित होने वालो में 26 सेवारत अफसरशाह भी शामिल हैं जिन पर सामाजिक अशांति में उनकी संदिग्ध भागीदारी का आरोप लगाया गया है। सिविल सेवा अधिनियम के तहत आठ परिवीक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है ।

विरोध प्रदर्शनों के महीनों के दौरान हांगकांग को हिलाकर रख दिया गया था, जो अब जून 2019 में निकाले गए प्रत्यर्पण बिल द्वारा फैलाए गए थे। बिल का विरोध व्यापक था और अशांति में बदल गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों का जिस तरफ दमन किय उसकी काफी आलोचना हुई।

अंततः बीजिंग ने पिछले जून में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया और तब से धीरे-धीरे स्थिरता और व्यवस्था बहाल हुई क्यूंकि इस नियम से विरोधियो पर और कड़ाई से कार्यवाही होगी।

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