न्यूज़ रिवेटिंग
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद उपजी राजनीतिक हिंसा के कारण सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने बंगाल छोड़ दिया है। बंगाल के पड़ोसी राज्य असम के मंत्री व भाजपा नेता हिमंता बिस्वा सरमा ने खुद इसकी जानकारी दी है।
उन्होंने मंगलवार को ट्वीट किया,”एक दुखद घटनाक्रम में 300-400 बंगाल के भाजपा कार्यकर्ताओं और उनके परिवार के सदस्यों ने अत्याचार और हिंसा का सामना करने के बाद असम में धुबरी पार किया है। हम उन्हें आश्रय और भोजन दे रहे हैं।” उन्होंने ममता बनर्जी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दीदी को लोकतंत्र के इस कुरूप नृत्य को रोकना होगा! बंगाल बेहतर का हकदार है।
ज्ञात हो कि 2 मई 2021 को तृणमूल कॉन्ग्रेस ने राज्य में बहुमत लेकर दोबारा सत्ता वापसी की, वहीं भाजपा ने 77 सीटें जीतीं। इस दौरान ममता बनर्जी सुवेंदु अधिकारी से हार गईं। इसी के बाद से वहाँ लगातार भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले होने लगे। किसी को बेरहमी से प्रताड़ित किया गया, तो किसी की हत्या कर दी गई।
हत्या, हिंसा, आगजनी का आरोप तृणमूल कांग्रेस के गुंडों पर लगा है। रविवार (मई 2, 2021) को अभिजीत सरकार नामक एक भाजपा कार्यकर्ता ने तृणमूल के गुंडों की हरकतों के बारे में बताया। उसके कुछ ही देर बाद उनकी हत्या कर दी गई।
अभिजीत सरकार ने फेसबुक लाइव के माध्यम से अपनी बात रखी थी। उन्हें पता भी नहीं था कि फेसबुक पर लाइव कैसे आते हैं, लेकिन उन्होंने किसी तरह वीडियो बनाया और बताया कि तृणमूल के गुंडे लगातार बमबारी कर रहे थे और उन्होंने उनके घर और दफ्तर को तहस-नहस कर डाला। उन्होंने कहा कि उनकी एक ही गलती है कि वे भाजपा कार्यकर्ता हैं।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के मद्देनजर आज (मई 4, 2021) भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (जेपी नड्डा) ने कोलकाता पहुँचकर तृणमूल कॉन्ग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा कि वह लोकतांत्रिक लड़ाई के लिए पूरी तरह तैयार है।
नड्डा ने कहा, “हम इस विचाराधारा की लड़ाई और टीएमसी की गतिविधियाँ जो असहिष्णुता से भरी हैं, उसके खिलाफ लड़ने को प्रतिबद्ध हैं। हम लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने को तैयार हैं। मैं अब साउथ परगना 24 जाऊँगा और चुनाव परिणाम आने के कुछ ही घंटों बाद मारे गए पार्टी कार्यकर्ताओं के घरों का दौरा करूँगा।”