भारतीय सेना पैंगोंग झील में सशस्त्र तैनाती और गश्त के लिए सशस्त्र स्वदेशी नौकाओं को तैनात करने की योजना बना रही है।
भारत ने पैंगोंग त्सो झील पर गश्त के लिए उन्नत निगरानी गियर और अन्य उपकरणों के साथ 12 विशेष तेज गश्ती नौकाओं के निर्माण के लिए आदेश दिया है।
ये नौकाऐं पूरी तरह से सशस्त्र होगी और उस क्षेत्र में और उसके आसपास गश्त और तेजी से सैनिकों की तैनाती के लिए इस्तेमाल की जाएगी।
भारतीय सेना ने शुक्रवार को उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बड़े जल निकायों की निगरानी और गश्त के लिए 12 फास्ट पैट्रोल नावों के लिए गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के साथ 65 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए ।
इन नौकाओं को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा वास्को डी गामा में बनाया जाएगा और इसमें आगे और पीछे दोनों तरफ बंदूकें होंगी और ये सैनिकों को ले जाने में सक्षम होगी।
इस वाहिनी का संचालन और रखरखाव गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के इंजीनियर्स द्वारा किया जाएगा। सेना के अधिकारियों ने कहा कि ये नावें ऊंचाई वाले क्षेत्रों सहित विशाल जल निकायों में फैली सीमाओं / नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण होंगी।
सेना के अधिकारियों ने कहा, “ये नई नावें पूरी क्षमता के साथ मजबूत होंगी और ये भारत में ही निर्मित की जा रही हैं।”
पूर्वी लद्दाख सेक्टर में भारतीय और चीनी सेना पिछले 8 महीनों से टकराव की स्थिति बनी हुई हैं।
नौकाओं की आपूर्ति मई 2021 से शुरू हो जाएगी।