इनमें केरल के प्रदीप अरक्कल और विंग कमांडर पीएस चौहान शामिल हैं
न्यूज़ रिवेटिंग
नई दिल्ली, 11 दिसंबर
कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए सशस्त्र बलों के पांच और जवानों के शवों की शनिवार को पहचान कर ली गई।
तमिलनाडु के नीलगिरी में कुन्नूर के पास बुधवार दोपहर हुए दुखद हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए 13 कर्मियों में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिया रावत शामिल थे। इस दुर्घटना में जीवित बचे एक भारतीय वायु सेना (IAF) अधिकारी बेंगलुरु सैन्य अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे है।
जनरल बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका रावत और रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर के शवों की पहचान उसी दिन कर ली गई थी। शुक्रवार को दिल्ली के बरार स्क्वायर श्मशान घाट में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
हवाई दुर्घटना में मारे गए सभी 13 लोगों के पार्थिव शरीर को दुर्घटना के एक दिन बाद गुरुवार शाम तमिलनाडु के सुलूर से दिल्ली लाया गया। अज्ञात शवों को दिल्ली छावनी के आर्मी बेस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। शवों की पहचान परिवार के सदस्यों की संवेदनशीलता और भावनात्मक को ध्यान में रखते हुए की जा रही है क्योंकि अधिकांश पहचान से परे हैं।
शनिवार को रक्षा अधिकारियों ने बताया कि जूनियर वारंट ऑफिसर (जेडब्ल्यूओ) प्रदीप अरक्कल, विंग कमांडर पीएस चौहान, जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास, लांस नायक बी साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार के शवों की पहचान कर ली गई है। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें शनिवार सुबह परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया।
शवों को हवाई मार्ग से उनके गृहनगर ले जाया जा रहा है जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, नाइक जितेंद्र कुमार, नाइक गुरसेवक, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और हवलदार सतपाल राय के शवों की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है।