स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने केरल, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में उच्च स्तरीय केन्द्रीय दल भेजे हैं। इन राज्यों में हाल के दिनों में नए कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि होने की सूचना प्राप्त हो रही है।
ये केन्द्रीय दल कंटेनमेंट, निगरानी, परीक्षण, संक्रमण की रोकथाम और कुशल नैदानिक प्रबंधन को मजबूत बनाने में सहायता प्रदान करेंगे
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने केरल, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में उच्च स्तरीय केन्द्रीय दल भेजे हैं। इन राज्यों में हाल के दिनों में नए कोविड मामलों की संख्या में वृद्धि होने की सूचना प्राप्त हो रही है।
प्रत्येक दल में एक संयुक्त सचिव (संबंधित राज्य के नोडल अधिकारी), सार्वजनिक स्वास्थ्य पहलुओं की देखभाल करने के लिए एक सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, राज्य द्वारा अनुपालन की जा रही रोकथाम प्रक्रियाओं और नैदानिक प्रबंधन की देखभाल के लिए एक निपुण निदान विशेषज्ञ शामिल किए गए हैं। ये दल पॉजिटिव मामलों की कंटेनमेंट, निगरानी, परीक्षण, संक्रमण की रोकथाम, नियंत्रण उपाए और कुशल नैदानिक प्रबंधन को मजबूत बनाने में राज्यों के प्रयासों में सहायता प्रदान करेंगे।
ये केन्द्रीय दल समय पर निदान और अनुवर्ती कार्यवाही से संबंधित प्रभावी प्रबंधन और चुनौतियों के बारे में मार्गदर्शन करेंगे। केरल में कोविड के कुल मामलों की 3,17,929 हैं जो कुल मामलों का 4.3 प्रतिशत हैं। कर्नाटक में कुल मामलों की संख्या 7,43,848 है जो राष्ट्रीय आंकड़ों की 10.1 प्रतिशत है।
राजस्थान में कुल मामलों की संख्या 1,67,279 हैं इसका कुल राष्ट्रीय आंकड़ों में 2.3 प्रतिशत हिस्सा हैं। पश्चिम बंगाल में कुल मामलों की संख्या 3,09,417 (राष्ट्रीय मामलों की 4.2 प्रतिशत) है।
छत्तीसगढ़ में कुल मामलों की संख्या 1,53,515 (कुल मामलों में राज्य की हिस्सेदारी 2.1 प्रतिशत) है। इस प्रकार प्रति दस लाख आबादी पर मामलों की संख्या 5,215 है। राज्य में कुल 1,23,943 ठीक हुए है। इस प्रकार रिकवरी दर 80.74 प्रतिशत रही है। राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 28,187 हैं, जो राष्ट्रीय आंकड़ों की 3.5 प्रतिशत है। राज्य में कुल 1385 मौतें हुई हैं और मामला मृत्यु दर 0.90 प्रतिशत है तथा प्रति दस लाख आबादी पर 47 लोगों की जान गई है। टीपीएम 50191 और पॉजिटिविटी रेट 10.4 प्रतिशत है।
कोविड के प्रबंधन के लिए विभिन्न राज्यों/ केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रयासों को मजबूत करने के चल रहे प्रयासों के रूप में केन्द्र सरकार समय-समय पर विभिन्न राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों का दौरा करने के लिए केन्द्रीय दलों को नियुक्त करती रही है। यह दल राज्य/केन्द्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों के साथ बातचीत करते हैं और उनके सामने आ रही चुनौतियों और मुद्दों की जानकारी प्राप्त करते हैं, ताकि उनकी चल रही गतिविधियों को मजबूत किया जा सके और अगर कुछ अड़चने हैं तो उन्हें भी दूर किया जा सके।