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नई दिल्ली , नवंबर 23
भारतीय सेना के गलवान हीरो कर्नल संतोष बाबू को चीनी हमले का जवाब देने के लिए मंगलवार को मरणोपरांत महावीर चक्र से नवाजा गया है।
कर्नल संतोष बाबू की मां और पत्नी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से महावीर चक्र ग्रहण किया है।
बता दें कि कर्नल संतोष बाबू ने गतिरोध के बीच चीनी सेना का जमकर मुकाबला किया था। इसके अलावा, उन्होंने लद्दाख की गलवान घाटी में चल रहे ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान दुश्मन के सामने एक ऑब्जर्वेशन पोस्ट भी स्थापित किया।
कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू के महावीर चक्र प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि वह 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर थे और उन्हें एक ऑब्जर्वेशन पोस्ट की स्थापना का काम सौंपा गया था। इसमें आगे कहा गया है कि कर्नल संतोष बाबू ने अपने सैनिकों को स्थिति के बारे में जानकारी देने और एक अच्छी योजना के साथ इस काम को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। हालांकि, पद पर रहते हुए उन्हें चीनी विरोधियों के कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ा जिन्होंने पथराव और घातक हथियारों का इस्तेमाल करके बलों पर हमला कर दिया था।
कर्नल बाबू के अलावा चार अन्य जवानो को इसी ऑपरेशन के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया जिसमे तीन को मरणोपरांत।