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नई दिल्ली, 10 दिसंबर
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की अंतिम यात्रा उनके 3 कामराज मार्ग स्थित आवास से २ बजे शुरू होकर बरार स्क्वायर श्मशान घाट जाएगी जहां शाम 4 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अंतिम दर्शन के लिए जनरल रावत और पत्नी मधुलिका के पार्थिव शरीर को उनके आवास में रखा जाएगा। नागरिक गणमान्य व्यक्ति और नागरिक सुबह 11 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक अंतिम दर्शन कर पाएंगे वही दोपहर 12:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे के बीच का स्लॉट सैन्य कर्मियों के लिए उत्कृष्ट कमांडर और उनकी पत्नी को सम्मान देने के लिए रखा गया है।
ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर का अंतिम संस्कार शुक्रवार को सुबह 9 बजे दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर श्मशान घाट में किया जाएगा।
जनरल रावत, उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर लिद्दर के अलावा, बुधवार को तमिलनाडु में कुन्नूर के पास सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए 10 अन्य कर्मियों में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक साई तेजा शामिल थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र ने गुरुवार को सीडीएस जनरल रावत एवं अन्य को श्रद्धांजलि दी। सभी के शव लगभग 8 बजे भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के विशेष विमान से नई दिल्ली पहुंचे। शवों को पालम हवाई अड्डे पर रखा गया था जहां मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ श्रद्धांजलि दी।
अब तक 13 में से केवल तीन शवों की पहचान हो पाई है, जिनमें जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिडर शामिल हैं। सेना के अधिकारियों ने कहा कि पहचाने गए लोगों के शवों को अंतिम संस्कार के लिए परिवारों को सौंप दिया जाएगा। अन्य शवों को पहचान प्रक्रिया पूरी होने तक सेना बेस अस्पताल के शवगृह में रखा जाएगा।
अकेले बचे, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। उसकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।