टीम समाचार रिवेटिंग
गुवाहाटी, 16 जनवरी
एक गाँव के मुख्यमंत्री! शायद नहीं सुना होगा, लेकिन असम का एक गाँव अपने बेहतर प्रशासन प्रणाली की ओर सभी का ध्यान आकर्षित कर रहा है।
आम तौर पर भारतीय गांवो में ग्राम पंचायतों और सरपंच (ग्राम प्रधान) द्वारा सरकार चलाया जाता है। लेकिन असम के दर्रांग जिले के हलदा गांव ने अपनी अलग पहचान बनाई है। इस गाँव में में बाकायदा मुख्यमंत्री है और पूर्ण कैबिनेट। और इस प्रणाली का प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन भी हो रहा है ।
गुवाहाटी से लगभग 45 किलोमीटर और मंगलदई के निकटतम शहर से लगभग 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हलदा शायद देश का एकमात्र गाँव है जहा 16 विभागों के साथ 26 मंत्री और मुख्यमंत्री कार्य कर रहे है ।
गाँव पहली बार 2 अक्टूबर, 2017 को सुर्खियों में आया था, जब जिला प्रशासन ने हलदा को दारंग जिले का सबसे स्वच्छ गाँव घोषित किया था। कैबिनेट का गठन उसी दिन किया गया था और स्थानीय निवासियों को विकास की पहल करने के लिए भूमिकाओं और जिम्मेदारियों सौपी गयी।
इस पहल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान भी आकर्षित किया, जिन्होंने अपने ट्विटर प्रोफाइल पर इसे साझा करने में कोई समय नहीं गवाया। ग्रामीणों, विशेषकर महिलाओं के प्रयासों की सराहना करते हुए, प्रधान मंत्री ने लिखा, “हमारी नारी शक्ति स्वच्छ भारत मिशन में महत्वपूर्ण गति जोड़ रही है।”
अगस्त 2018 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गांव के निवासियों और महिलाओं की पहल की सराहना फिर से ट्विटर पर किया।
गाँव अपने कृषि सुधारों के लिए भी लोकप्रिय है। यहां के किसान मिट्टी, पानी, उर्वरक आदि जैसे इनपुट का प्रभावी उपयोग करने के लिए मल्टी-क्रॉपिंग का अभ्यास कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप किसानों को अधिक रिटर्न के साथ उत्पादन में वृद्धि हुई है।
“पिछले तीन वर्षों से, हम खेतों की जुताई के बिना आलू की खेती कर रहे हैं, जो काफी लोकप्रिय हो गया है। हम प्रति हेक्टेयर 35 क्विंटल आलू की खेती करने में सक्षम हैं,” हलदा के “मुख्यमंत्री” भास्कर ज्योतिष दास कहते हैं।
वे सरसों की खेती भी इसी तरह से कर रहे हैं। उनका ध्यान आजीविका और तकनीकी सुधारों के माध्यम से विकास पर केंद्रित हैं।
वर्षों से, विकास पहल और सफाई अभियान अधिकांश स्थानीय लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन गए हैं। गाँव अब एक आकर्षक पर्यटक स्थल बन गया है।