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अहमदाबाद, मई 18
तीन साल में ही हार्दिक पटेल का कांग्रेस से मोहभंग हो गया और गुजरात से युवा पाटीदार नेता से पार्टी से आज त्यागपत्र दे दिया।
उनके कांग्रेस छोड़ने के बाद चर्चा जोरो पर है कि अब वे किस पार्टी का दामान थामने जा रहे है। अपने त्याग पत्र में पटेल ने जिन शब्दों का चुनाव किया है उससे यह संकेत स्पष्ट है कि वह भाजपा की ओर बढ़ रहे हैं।
उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा है “पार्टी लगातार मेरे देश और हमारे समाज के हितों के खिलाफ काम कर रही है।” “अयोध्या में राम मंदिर हो, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 का निरसन, जीएसटी-भारत का कार्यान्वयन लंबे समय से इन विषयों का समाधान चाहता था और कांग्रेस ने केवल एक अवरोधक की भूमिका निभाई और हमेशा केवल अवरोधक थी।”
पटेल ने आगे लिखा: “जब भारत, गुजरात और मेरे पाटीदार समुदाय से संबंधित मुद्दों की बात आती है तो कांग्रेस का एकमात्र स्टैंड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली भारत सरकार का विरोध करना था!” “जब भी हमारे देश को चुनौतियों का सामना करना पड़ा और जब कांग्रेस को नेतृत्व की आवश्यकता थी, तो कांग्रेस के नेता विदेशों में आनंद ले रहे थे! वरिष्ठ नेता इस तरह से व्यवहार करते हैं जैसे वे गुजरात और गुजरातियों से नफरत करते हैं।”
गुजराती कभी नहीं भूल सकते कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल का अपमान किया है। “जब मैं कांग्रेस में शामिल हुआ तो मुझे नहीं पता था कि कांग्रेस के नेतृत्व के दिल और दिमाग हमारे देश भारत के प्रति इतनी नफरत से भरे हुए हैं।”
सूत्रों के अनुसार पटेल पिछले दो महीने से भाजपा नेताओं के संपर्क में है और अगले एक हफ्ते में वे भाजपा प्रवेश कर सकते हैं। उनकी भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष के साथ पिछले दिनों एक बैठक भी हुई है। बताया जा रहा है कि संतोष की इस मामले में प्रधानमंत्री और अमित शाह से निर्णायक चर्चा हुई है।