लव कुमार मिश्र
रांची, नवंबर 3
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व सत्ताधारी झारखण्ड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की ओर से यह स्पष्ट हो गया है कि वे आज पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय में हाजिर नहीं होंगे।
अवैध खनन के मामले में ईडी ने समान जारी कर आज सोरेन को पूछताछ के लिए बुलाया था। समन के बाद झारखंड की सियासत सरगर्म है। बुधबार को राज्य की सत्ताधारी महागठबंधन की आपात बैठक सम्पन्न हुई जिसमे यूपीए विद्यायकों ने एकजुटता दिखाई और मुख्यमंत्री के साथ खड़ा रहने का भरोसा दिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग 3 घंटे तक चली बैठक में ईडी का मुद्दा छाया रहा। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री कोई खिलौना नहीं हैं कि कोई तुरंत बुलाये और वह तुरंत चले जाएं।
मुख्यमंत्री व झामुमो की ओर से यह स्पष्ट हो गया है कि वह आज पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय में हाजिर नहीं होंगे। बताया गया है कि वे 15 नवंबर तक व्यस्त हैं और उनका व्यस्तता भरे कार्यक्रम का शेड्यूल भी जारी किया गया है। बताया गया है कि मुख्यमंत्री ईडी के समक्ष हाजिर होंगे और पूरा सहयोग करेंगे लेकिन ईडी को उनके अनुसार तिथि तय करनी होगी।
इसके साथ ही यह भी तय हो गया है कि अब ईडी के खिलाफ सड़क से सदन तक आंदोलन होगा। झामुमो प्रवक्ता ने बताया है कि ईडी और भाजपा के खिलाफ झामुमो ने रांची के मोरहाबादी मैदान में आज (3 नवंबर) रैली बुलाई गई है जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल होंगे। रैली में राज्य भर से कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है।
इसके अलावा ईडी व भाजपा के खिलाफ आज की रैली के बाद पांच नवंबर को सभी जिला मुख्यालयों पर यूपीए कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन करेंगे। इस प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए दोनों दलों की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है।
ईडी की ओर से पुलिस महानिर्देशक को भेजे गए पत्र के आधार पर पुलिस मुख्यालय ने रांची एसएसपी को सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। जिसके तहत राजभवन, भाजपा कार्यालय, ईडी कार्यालय, मोरहाबादी मैदान में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।