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रायपुर, 27 जुलाई
गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड (जीपीआईएल), छत्तीसगढ़ स्थित हीरा ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज की एक प्रमुख शाखा, फ्लैट उत्पादों के लिए एक एकीकृत इस्पात संयंत्र स्थापित करेगी।
आज हुई कंपनी की बोर्ड की बैठक में पीएलएल योजना (उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना) के तहत छत्तीसगढ़ राज्य में 1.5 से 2 मिलियन टन फ्लैट उत्पादों की क्षमता वाले एकीकृत इस्पात संयंत्र की स्थापना के प्रस्ताव को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दी गई। जीपीआईएल ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि अनुमानित पूंजी परिव्यय लगभग 3000 से 4000 करोड़ रुपये होगा।
कंपनी ने उक्त परियोजना की स्थापना के लिए भूमि अधिग्रहण, पर्यावरण मंजूरी प्राप्त करने आदि की प्रक्रिया शुरू कर दी है और परियोजना की अंतिम लागत को नियत समय में अंतिम रूप दिया जाएगा। प्रस्तावित स्थल राज्य की राजधानी के बाहरी इलाके में औद्योगिक क्षेत्र में है।
बोर्ड ने जीपीआईएल को तरजीही आधार पर हीरा फेरो अलॉयज लिमिटेड (एचएफएएल) द्वारा प्रस्तावित अतिरिक्त इक्विटी शेयरों के अधिग्रहण के लिए 70.20 करोड़ रुपये तक के निवेश को मंजूरी दी, जो एचएफएएल के शेयरधारकों के अनुमोदन के अधीन है। HFAL GPIL की एक एसोसिएट कंपनी है, जिसमें GPIL के पास पहले से ही 48.45 प्रतिशत इक्विटी शेयर हैं। पूर्वोक्त और निवेश के परिणामस्वरूप, HFAL, HFAL की वर्धित शेयर पूंजी के 56.45 प्रतिशत के साथ कंपनी की सहायक कंपनी बन जाएगी।
फेरो अलॉयज के निर्माण के व्यवसाय में लगी एचएफएएल 230 करोड़ रुपये की परिकल्पित परियोजना लागत के साथ अपने निजी उपयोग के लिए राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ में 70 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना कर रही है। परियोजना को आंशिक रूप से इक्विटी के माध्यम से और आंशिक रूप से बैंक वित्त के माध्यम से वित्त पोषित किया जाएगा।
कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए अंतरिम लाभांश के भुगतान के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी जो 10 रुपये के अंकित मूल्य वाले प्रत्येक शेयर के लिए पांच रुपये प्रति शेयर है। अंतरिम लाभांश का भुगतान ४ अगस्त से किया जायेगा।