जोमैटो के कर्मचारी पर बदसलूकी और मारपीट का आरोप लगाने वाली हितेशा चंद्राणी अब गिरफ़्तारी से बचने के लिए बेंगलुरू से बाहर चली गयी है।
हाल ही में हितेशा चंद्राणी नामक इंस्टाग्राम इन्फ्लुएन्सर ने ज़ोमैटो के कर्मचारी पर देर से खाना पहुंचाने और विरोध करने पर मारपीट करने का आरोप लगाया। कर्मचारी कामराज ने हितेशा की पोल खोल दी और उसके बाद उस महिला के खिलाफ पुरे देश में आक्रोश फैल गया। हितेशा के अरूप के कारण कामराज की नौकरी चली गए और बूढी माँ का वह एक मात्रा सहारा है।
पुरे देश में कामराज के प्रति संवेदना प्रकट होने लगी जिससे बेंगलुरु पुलिस पर भी दबाव बढ़ता गया। अंततः हितेशा के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया और उसे बयान देने बुलाया।
बेंगलुरू पुलिस के अनुसार, “हमने हितेशा को इंवेस्टिगेटिंग अफसर के समक्ष प्रस्तुत होने को कहा था, पर उसका कहना है कि वह इस समय बेंगलुरू में नहीं है और महाराष्ट्र में अपनी चाची के घर चली गयी है। हमने उसे समय दिया है कि वह आए और अपना बयान दर्ज करे। लेकिन यदि वह ऐसा नहीं करती है, तो निस्संदेह बेंगलुरू पुलिस को कड़े कदम उठाने पड़ेंगे”
बेंगलुरू पुलिस ने स्पष्ट किया है कि हितेशा के विरुद्ध कार्रवाई जारी रहेगी, चाहे वह बेंगलुरू में हो या नहीं। हितेशा के विरुद्ध कामराज के साथ मारपीट, बेइज्जती करने की धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज की गई है।
कामराज के अनुसार, “जब मैं महिला के घर डिलीवरी लेकर पहुंचा, तो मैं पेमेंट के इंतज़ार में खड़ा हुआ। जाम में फँसने के कारण डिलीवरी लेट हो गई, जिसके लिए मैंने माफी भी मांगी। लेकिन वो लगातार मुझसे लेट होने को लेकर झगड़ा करती रही। जब उसने मुझे पैसे देने से इनकार किया, तो कंपनी ने खाना वापिस लाने को कहा। लेकिन लड़की ने खाना वापिस नहीं दिया। फिर वह मुझे चप्पलों से मारने लगी। मैं किसी तरह अपने आप को बचा रहा था, तो उसका हाथ खुद ही उसके मुंह पर लगा, जिसके कारण नाक पे उसे चोट लगी”
कानून का शिकंजा हितेशा पर कसने लगा है जिसके भय से वह महाराष्ट्र में छुपी हुई है। पहले वह महिला कार्ड खेलकर बच निकल चाहती थी। लेकिन चंद लोगो को छोड़ अब उसका साथ देने वाला कोई नहीं है।