छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बचेली की ज्योति विकास केरल के स्थानीय निकाय चुनाव में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। ३० वर्षीय ज्योति पलक्कड़ ज़िले के कोल्लान्गोड ब्लॉक पंचायत चुनाव में भाजपा उम्मीदवार है।
साल 2010 में उन्होंने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के एक जवान विकास पी वी की ज़िंदगी बस्तर में बचाई थी। इस दौरान उन्होंने अपना दायां हाथ गवां दिया था। बाद में जवान जो नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कारपोरेशन बचेली में तैनात था ने ज्योति से विवाह कर लिया और बस्तर की यह बच्ची केरल की बहु बन गयी।
ज्योति उस समय नर्सिंग में BSc कर रही थीं। वह अपने कॉलेज हॉस्टल से बस से कहीं जा रही थीं। उनके सामने वाली सीट पर विकास बैठे थे, जो अपने भाई से मुलाकात करके दंतेवाड़ा ज़िले में अपने कैंप में वापस लौट रहे थे। विकास की नींद लग गई थी और उन्होंने अपना सिर बस की खिड़की पर टिका रखा था।
ज्योति ने गौर किया कि एक अनियंत्रित ट्रक तेज़ रफ्तार से बस के उस हिस्से की तरफ आ रहा था, जहां विकास बैठे थे. खतरा महसूस होते ही ज्योति आगे बढ़ीं और विकास को खिड़की से दूर कर दिया। इसी घटना में विकास की जान तो बच गयी लेकिन ज्योति ने अपना सीधा हाथ खो दिया।
ज्योति कहती हैं कि ये घटना उनकी ज़िंदगी का बदल दी। उन्हें विकास का सच्चा प्यार मिला और परिवार के विरोध की बाद भी ज्योति और विकास ने शादी कर ली।
अब ज्योति केरल में ही रहती हैं. भाजपा ने उन्हें पलक्कड़ ज़िले के कोल्लान्गोड ब्लॉक पंचायत के तहत आने वाले पलाथुली डिविज़न से उम्मीदवार बनाया है. 10 दिसंबर को चुनाव होने वाले हैं. भाजपा का कहना है कि ज्योति की कहानी बहुत प्रेरणादायक है.
पलक्कड़ ज़िले के भाजपा अध्यक्ष कृष्णा दास ने कहा, “एक हादसे में एक जवान की ज़िंदगी बचाते वक्त उन्होंने अपना सीधा हाथ खो दिया. अब वो केरल की बेटी बन गई हैं.”
वहीं ज्योति का कहना है कि उन्हें मतदाताओं से अच्छा प्यार मिल रहा है. उन्होंने कहा,“वो मेरे लिए अपना प्यार दिखा रहे हैं. मेरे लिए वोट करेंगे या नहीं, वो अलग बात है.”
ज्योति का कहना है कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आकर्षित हैं और जब उन्हें पार्टी ने उम्मीदवारी की पेशकश की, तो उन्होंने हामी भर दी. उनके पति और ससुराल वाले उन्हें पूरा समर्थन मिल रहा है।