तमिलनाडु के तिरुवरूर जिले के थुलसेंथिरापुरम गाँव के एक मंदिर में अमेरिका के उप-राष्ट्रपति चुनाव में कमला हैरिस की जीत के लिए एक विशेष पूजा अर्चना की गई थी ।
2 नवंबर को, जब अमेरिका में चुनाव हुए तो गांव के स्थानीय लोगों ने मंदिर में विशेष प्रार्थना की थी। थुलसन्थिरापुरम एक कृषि प्रधान गांव है जो मन्नारगुडी शहर के करीब स्थित है। यह अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति का पैतृक गाँव भी है।
कमला के दादा पी वी गोपालन युवावस्था में ही थुलसन्थिरापुरम गांव से बाहर चले गए और ब्रिटिश सरकार में नौकरी कर ली। भले ही कमला के पूर्वजों ने कई दशक पहले गाँव छोड़ दिया था, लेकिन उनके परिवार के सदस्यों ने थुलसन्थिरापुरम के मंदिर के साथ अपना रिश्ता बरकरार रखा।
गोपालन और परिवार के अन्य सदस्यों ने विभिन्न अवधियों के दौरान मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए दान किया है, 2014 में भी उन्होंने दान किया था, मंदिर के ट्रस्टी रमानी ने बताया।
यह गाँव लगभग एक साल पहले सुर्खियों में आया था जब कमला हैरिस ने खुद सोशल मीडिया में अपने दादा और तमिलनाडु के इस गाँव के साथ उनके संबंध के बारे में बताया था। जीत के बाद अपने भाषण में कमला हैरिस ने अपनी माँ श्यामला गोपालन हैरिस की जीवन यात्रा याद की, जो कि भारत से शुरू हुई थी। माँ को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सफलता के पीछे उनकी माँ का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। हैरिस ने कहा कि उनकी माँ उन व्यक्तियों में से है जिन्होंने उनकी उपराष्ट्रपति पद तक पहुचने के मार्ग को प्रशस्त किया।
इसी बीच कमला हैरिस के संयुक्त राज्य अमेरिका की उपराष्ट्रपति घोषित होने की वजह से, थुलसन्थिरापुरम गाँव में उत्सव का माहौल है। गाँव के स्थानीय लोग, जो कमला के नाना के मूल गांव के निवासी हैं, सबने मिलकर पटाखे फोड़े ,रंगोली बनाई और अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए संगीत भी बजाया।
तमिलनाडु के खाद्य मंत्री आर कामराज ने भी रविवार को गाँव का दौरा किया और स्थानीय मंदिर में प्रार्थना की। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक ‘गर्व का क्षण’ है।