न्यूज़ रिवेटिंग
कोच्ची, अक्टूबर 13
केरल के पत्तनमतिट्टा जिले में दो महिलाओं की बलि देने का हैरतअंगेज मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई चौंकाने वाले रहस्य सामने आ रहे हैं।
इस हैरतअंगेज घटना के तीन में से दो आरोपी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सक्रिय सदस्य है। पुलिस ने इस संबंध में एक दंपती समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान शफी, भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला के रूप में हुई।
बताया जा रहा है कि दंपत्ति, जिन्हें मानव बलि मामले में गिरफ्तार किया गया था, सीपीआई (मार्क्सवादी) के सक्रिय कार्यकर्ता है। पारंपरिक चिकित्सक भगवल सिंह ने थोड़े समय के लिए पार्टी के शाखा सचिव का पद संभाला था। वह वर्तमान में पार्टी की स्थानीय समिति सदस्य और केरल राज्य कार्शका थोझिलाली संघ पंचायत समिति के अध्यक्ष है।
सीपीएम के कट्टर नेता, सिंह हाल के सभी चुनावों में बूथ 142 में एलडीएफ के एजेंट थे। उनकी पत्नी भी सीपीआई (मार्क्सवादी) की कार्यकर्ता है और पार्टी के विरोध प्रदर्शन एवं अन्य कार्यक्रम में सक्रिय रहती है।
चुकीं केरल में सीपीआई (मार्क्सवादी) के सरकार है, पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया है। हालांकि मामले में पुलिस की गंभीर लापरवाही भी सामने आई है।
आरोपियों को मंगलवार को एर्नाकुलम की जिला एवं सत्र अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने आरोपियों को अभिरक्षा में लेने का प्रयास नहीं किया जबकि जांच भी पूरा नहीं हो पाया था।
पुलिस ने बाद में इसके लिए आवेदन लगाया और एर्नाकुलम के एक कोर्ट ने आज तीनों आरोपियों को 12 दिनों की पुलिस अभिरक्षा में भेज दिया।
केरल पुलिस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जो इस पूरे हत्याकांड की कडि़यों को जोड़कर पूरा सच सामने लाएगी। खबरों के मुताबिक, इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी मोहम्मद शफी उर्फ रशीद पहले भी इस तरीके से हत्याओं को अंजाम दे चुका है।
अपनी जांच के दौरान पुलिस को मानव बलि के बारे में पता चला। मुख्य आरोपी शफी ने इन दोनों महिलाओं रोसलिन और पदमा को वित्तीय मदद करने के बहाने पतनमतिट्टा बुलाया। इसके बाद उसने अधिक पैसा कमाने के लालच में भगवल सिंह और उसकी पत्नी के साथ मिलकर इन दोनों की इनके अपहरण के कुछ समय बाद ही बलि दे दी और शवों को टुकड़े-टुकड़े कर घर में ही पीछे की ओर दबा दिया।
कोच्चि क्षेत्र की दो लाटरी विक्रेता रोसलिन और पदमा के क्रमश: जून और सितंबर में लापता होने की प्राथमिकी दर्ज की गई थीं। शवों के टुकड़े-टुकड़े कर घर में ही पीछे की ओर दबा दिया।