दक्षिणी फिल्म स्टार खुशबू सुंदर, जो कथित रूप से हिंदुत्व के खिलाफ काम करने से विवादों में आयी थी आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गईं।
वह सोमवार सुबह तक कांग्रेस की प्रवक्ता थीं। लेकिन दोपहर तक, वह भाजपा नेता बन गयी ।
अभिनेता से नेता बनी खुशबू छह साल बाद कांग्रेस से इस्तीफा दिया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में, उन्होंने आरोप लगाया कि उनके जैसे व्यक्तियों को पार्टी के भीतर उच्च स्तर पर बैठे कुछ तत्वों द्वारा “दबा” दिया जा रहा है।
उनका काफी समय से भगवा ब्रिगेड में शामिल होने की अटकलें लगा रही थीं, जिसका उन्होंने खंडन किया था। आज सुबह, कुछ आभास होते ही कांग्रेस ने उन्हें पार्टी के प्रवक्ता पद से हटा दिया था दिया।
बाद में वह भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मिलीं। भाजपा में शामिल होने के तुरंत बाद, खुशबू ने कहाअगर राष्ट्र को “आगे बढ़ना” है तो उसे प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की आवश्यकता है ।
उन्होंने कहा वह भारतीय जनता पार्टी की सेवा में पूरे दिल से लगी हुई है और जो भी जिम्मेदारियां दी जाएगी, उसे पूरी निष्ठा के साथ पूरी करेगी। “मैं यह सुनिश्चित करुँगी कि मेरे राज्य (तमिलनाडु) में भाजपा की सरकार बने।”
सुंदर के साथ, तमिलनाडु के मदन रविचंद्रन और सरवनन कुमारन भी पार्टी मुख्यालय में भाजपा में शामिल हुए।
अगले साल होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनावों से पहले, खुशबू के भाजपा प्रवेश को पार्टी की दक्षिणी राज्य में संगठन को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
लेकिन भाजपा का यह कदम तमिलनाडु में हिंदुत्व ब्रिगेड के लिए अच्छा सन्देश लेकर नहीं जायेगा । लगभग 200 फिल्मों में अभिनय करने वाली अभिनेत्री, अपने विवादों के लिए भगवा दल के निशाना में रही है।
खुशबू ने दिसंबर 2012 में एक विवाद पैदा किया जब उन्होंने एक साड़ी पहनी थी जिसमें राम, कृष्ण और हनुमान के हिंदू देवताओं के चित्र थे । हिंदू मक्कल काची ने उनसे माफी की मांग की और आंदोलन शुरू करने की धमकी दी थी ।
खुशबू ने जवाब में कहा था कि “मैं हर टॉम, डिक और हैरी का जवाब देने वाली नहीं हूं। मैं क्यों? इसकी कोई जरूरत नहीं है। वे क्यों चिंतित हैं कि एक महिला के मामले में टिपण्णी कर के । क्या उनके पास कोई और सार्थक काम नहीं है? ”
हिंदू मुन्नानी और हिंदू मक्कल काची ने अभिनेत्री पर आरोप लगाते हुए कई मुकदमे दर्ज किए थे जिसमे उन्होंने कहा के २००७ में चेन्नई में एक फिल्म की मुहूर्त ‘पूजा’ के दौरान देवी लक्ष्मी, सरस्वती और पार्वती की मूर्तियों के सामने अपनी चप्पल पहन कर जानभूझ कर बैठी थी।