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गत शनिवार को भारतीय सेना के उप प्रमुख के तौर पर कार्यभार संभालने वाले लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी का छत्तीसगढ़ से गहरा सम्बन्ध रहा है।
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी इससे पहले 9 कॉर्प्स के कमांडर थे। उनकी नियुक्ति से पहले भारतीय सेना में इस जिम्मेदारी को लेफ्टिनेंट जनरल चंडी प्रसाद मोहंती संभाल रहे थे।
सरस्वती शिशु मंदिर अंबिकापुर से प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने वर्ष 1972-73 में पांचवी कक्षा उत्तीर्ण की और जुलाई 1973 में उन्होंने सैनिक स्कूल रीवा में प्रवेश लिया। वर्ष 1981 में उनका चयन एनडीए (नेशनल डिफेंस एकेडमी) में हो गया।
नेशनल डिफेंस एकेडमी से निकलने के बाद वर्ष 1984 के दिसंबर माह में जम्मू कश्मीर राइफल्स की 18वीं बटालियन में भर्ती हुई।
बीते 36 वर्षों से अधिक के देश सेवा के कार्यकाल में उन्होंने सेना के कई अहम पदों पर कार्य किया और अपने दायित्वों का निर्वहन किया।
भारतीय सेना के ऑपरेशन रक्षक के दौरान उन्होंने चौकीबल में विद्रोह के खिलाफ कार्रवाई में मुख्य भूमिका निभाई। इसके अलावा मणिपुर के असम राइफल सेक्टर में उन्होंने बटालियन का नेतृत्व भी किया।
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को दो बार सेना कमांडर प्रशंसा के साथ सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा वह पैदल सेना के महानिदेशक भी रह चुके हैं।