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कोयम्बटूर के पास करुप्प्पारायणपालयम के 105 वर्षीय किसान मरप्पा गौंडर से मिलिए, जिन्हें तमिलनाडु में हुए अब तक के हर चुनाव में अपना वोट डालने का सौभाग्य मिला है।
मरप्पा गौंडर का जन्म 1916 में कोयंबटूर जिले के करुप्पारायणपालयम में हुआ था। वह 1952 से एक नियमित मतदाता हैं, जब तमिलनाडु (मद्रास राज्य के रूप में) ने अपनी पहली सरकार चुनी। नागरिकों से मतदान का अधिकार प्राप्त करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने उन लोगों के लिए मतदान किया है जो लोगों के लिए अच्छा करेंगे।
उन्होंने महात्मा गांधी और कामराज जैसे प्रतिष्ठित नेताओं की राजनीतिक भागीदारी देखी है,
मंगलवार को, मरप्पा गौंडर ने अपने घर से लगभग 300 मीटर की दूरी पर करुप्पारायणपालयम में कॉर्पोरेशन एलिमेंट्री स्कूल पहुंचे और अपना वोट डाला। जैसे ही वे अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंचे, मरप्पा लोगों और चुनाव अधिकारियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन गए।
मरप्पा के अनुसार, हर चुनाव में उन्होंने परंपरा स्थापित किया है जो इस विधानसभा चुनाव में भी नहीं बदला। स्वयं मतदान केंद्र जाकर वोट डालने !
यही कारण था जब चुनाव अधिकारियों मरप्पा के घर पहुंचे और डाक मतदान सौंपने चाहा जिसे उन्होंने विनम्रतापूर्वक मना कर दिया।