आरएसएस पर आरोप लगाकर क्या कांग्रेस “नारकोटिक जिहाद” के मुद्दे को निष्क्रिय करना चाहती है ?

पाला बिशप जोसेफ कल्लारंगट

न्यूज़ रिवेटिंग

कोच्चि, 15 सितम्बर

केरल कांग्रेस में असमंजस की स्थिति; एक बिशप द्वारा उठाए गए “नारकोटिक जिहाद” के संवेदनशील मुद्दे का समर्थन करने के बजाय वह बिना किसी तथ्यों के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को घेरने की कोशिश कर रही है।

पाला बिशप जोसेफ कल्लारंगट द्वारा संवेदनशील “लव एंड नारकोटिक जिहाद” टिप्पणी को कांग्रेस ने विवाद में घसीट लिया है। बिशप कलारंगट के अनुसार, मुस्लिम युवाओं द्वारा आपूर्ति की जाने वाली दवाओं के लालच में केरल में ईसाई इस्लाम में धर्मांतरण के ‘शिकार’ हो रहे हैं। उन्होंने इसे ‘नारकोटिक्स जिहाद’ करार दिया।

केरल की मुख्य विपक्षी पार्टी आश्चर्यजनक रूप से और बिना किसी ठोस तथ्यों के आरएसएस पर आरोप लगा दी। “राज्य सरकार सांप्रदायिक मुद्दों को फैलाने की कोशिश कर रहे सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। संघ (आरएसएस) केरल में 2 अल्पसंख्यक समुदायों-मुसलमानों और ईसाइयों को बांटने का एजेंडा बना रहा है,” केरल में विपक्ष के नेता वी डी सतीसन ने कहा। उन्होंने मामले को सुलझाने के लिए दोनों समुदाय के नेताओं की उपस्थिति में एक सर्वदलीय बैठक की मांग की (पाल बिशप जोसेफ कल्लारंगट की ‘मादक जिहाद’ पर टिप्पणी।  

केरल में राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि बिना किसी तथ्यों  के इस मुद्दे को संघ के ओर मोड़ने से एक अति संवेदनशील विषय को कमजोर करने के प्रयास के रूप में भी देखा जा सकता है ।  बिशप द्वारा उठाई गई चिंता का समर्थन करने के बजाय, कांग्रेस इसे एक सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही थी जो निश्चित रूप से इस गंभीर मुद्दे को दूसरी दिशा में मोड़ देगा जिसमे वह कमजोर हो जायेगा और राष्ट्र विरोधी ताकतों को मजबूत करेगा।  

विशेषज्ञों ने का कहना है कि कांग्रेस इस मुद्दे पर निर्णय लेने में पूरी तरह से भ्रमित है। एक ने पूछा, “चरमपंथियों एक सुनियोजित जिहादी रणनीति के साथ काम कर रहे है तो समुदाय के नेता इस मुद्दे को कैसे सुलझा सकते थे?” इसके अलावा, कौन सा समुदाय का नेता इस मामले में हस्तक्षेप करके जिहादी के साथ अपने संबंध का खुलासा करने के लिए आगे आएगा।  

सिरो-मालाबार चर्च के चंगानास्सेरी सूबा के आर्कबिशप, जोसेफ पेरुमथोट्टम ने कल्लारंगट का समर्थन किया है वही केरल के फॉरवर्ड नायर समुदाय के एक संगठन नायर सर्विस सोसाइटी (एनएसएस) ने भी लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाकर केरल के कुछ हिस्सों में जबरन धर्मांतरण की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है ।

लोगों के एक वर्ग ने सोशल मीडिया में कांग्रेस को उसके रुख के लिए फटकार लगाई थी। “पाला बिशप नारकोटिक जिहाद के बारे में बात करता है। कुछ मुस्लिम संगठन बिशप के विरोध में रैली निकालते हैं। संघ इसमें कहाँ से आया! क्या बकवास!” एक ट्वीट में कहा। वी एस सतीसन आरएसएस और हिंदुओं के खिलाफ सांप्रदायिक नफरत फैला रहे हैं। उसे गिरफ्तार करो, एक अन्य ने लिखा। 

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