क्या नवाब मालिक शाहरुख के बेटे को बचाने ड्रग प्रकरण से ध्यान हटा रहे है?

नवाब मलिक

आर कृष्णा दास

वरिष्ठ राजनेता किसी भी विवाद में सार्वजनिक बयान देने से पहला काफी सतर्क रहते है लेकिन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक शायद अपवाद होंगे।

मलिक मुंबई क्रूज ड्रग केस के सामने आते ही वे सक्रिय हो गए और फिल्मस्टार शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन , जिन्हे इस मामले में गिरफ्तार किया गया था, के पक्ष में खुल कर बोलने लगे। बाकि आरोपियो पर शायद मलिक का ध्यान नहीं गया, लेकिन वे इस मामले को नया मोड़ देकर एक गंभीर वारदात से ध्यान हटाने का प्रयास कर रहे है।

पहले उनके निशाने पर आए कस्टम अधिकारी समीर वानखेड़े जिनके खिलाफ मलिक ने काफी व्यक्तिगत आरोप लगाए। फिर उन्होंने  महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को घेरे में लिया और बिना प्रसंग के उनकी पत्नी पर आरोप लगाया की उनका सम्बन्ध ड्रग माफिया से रहा है।  फडणवीस ने उसका जवाब देते हुए नवाब पर अंडरवर्ल्ड के संबंध का आरोप लगाया।

फडणवीस के आरोप पर नवाब ने आज “हाइड्रोजन बम” फोडने की धमकी दी और अब मुंबई क्रूज ड्रग को एक नई दिशा में ले गए। ड्रग केस मामला अब जाली नोट की ओर मुड़ गया है। आज प्रेसवार्ता आयोजित कर एनसीपी नेता नवाब मलिक ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सीएम रहते हुए देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र में जाली नोटों का कारोबार कर रहे थे। उनके ही संरक्षण में पाकिस्तान और बांग्लादेश तक यह कारोबार हो रहा था।

मलिक ने आरोप लगाया कि आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी के बाद देश में कई जगहों पर जाली नोट पकड़े गए थे, लेकिन महाराष्ट्र में पूरे एक साल तक एक भी केस सामने नहीं आया था। आठ अक्तूबर 2017 को महाराष्ट्र में हुई एक छापेमारी में 14 करोड़ 56 लाख से ज्यादा के जाली नोट पकड़े गए थे। उस मामले को देवेंद्र फडणवीस ने रफा दफा करने का काम किया। छापेमारी को मात्र आठ लाख 80 हजार बताकर मामले को दबाया गया। मामला दर्ज हुआ और कुछ ही दिनों में जमानत हो गई। इस मामले को एनआईए के पास नहीं भेजा गया। क्योंकि, जो लोग जाली नोट का रैकेट चला रहे थे, उन्हें तत्कालीन सरकार का संरक्षण प्राप्त था।

गंभीर ड्रग प्रकरण को राजनितिक विवाद में फसा कर पुरे मामले को भटकाया जा रहा है। इस रणनीति को नज़रअंदार किया जा रहा है। यह इस बात से भी साबित होता है कि मलिक ने कुछ दिन पूर्व इसी रणनीति के तहत नया आरोप लगा और कहा की आर्यन खान का फिरौती के लिया अपहरण की कोशिश की गई थी जो विफल हो गई।  

क्या के बात किसी के गले उतर रही है? मलिक को आखिर क्यों लगा की आर्यन के अपहरण का प्रयास किया गया जब उस क्रूज में और भी कई अमीरजादे मौजूद थे !

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