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पोखरा, जनवरी 15
नेपाल में रविवार को काठमांडू से पोखरा के लिए रवाना हुआ येति एयर का एक पैसेंजर प्लेन क्रैश हो गया जिसमे पांच भारतीय के अलावा 72 लोग सवार थे।
हादसे में किसी के भी बचने की उम्मीद काम है। अब तक 68 शव निकाले जा चुके है। मरने वालों में नेपाल का का एक वरिष्ठ पत्रकार भी शामिल है।
सूत्रों के अनुसार पत्रकार त्रिभुवन पौडेल की आज सुबह यति एयरलाइंस विमान दुर्घटना में मौत हो गई। पौडेल प्रेस सेंटर नेपाल के उपाध्यक्ष और नेपाली पत्रकार संघ (FNJ) की केंद्रीय समिति के सदस्य रहे हैं। परबत के कुसमा में जन्मे पौडेल पोखरा महानगर-10 के फूलबाड़ी में रहते थे। उनका शव पोखरा एकेडमी ऑफ हेल्थ साइंसेज में रखा गया है।
बताया जा रहा है कि यह विमान टेक ऑफ करने के 20 मिनट के अंदर ही आग के गोले में बदल गया। नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) ने बताया कि येती एयरलाइंस के 9एन-एएनसी एटीआर-72 विमान ने सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और वह सुबह करीब 11 बजे पोखरा हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
पोखरा के जिस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इसे लैंड करना था, उसका उद्घाटन 14 दिन पहले ही हुआ था। इस एयरपोर्ट को चीन और नेपाल की दोस्ती का एक सबूत के रूप में प्रस्तुत किया गया था है।
जिस एयरपोर्ट पर हादसा हुआ उसे प्रधानमंत्री पुष्प दहल प्रचंड ने 15 दिन पहले ही उद्घाटन किया था। यह एक क्षेत्रीय एयरपोर्ट है जिसे चीन ने बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव के तहत तैयार किया है। चीन ने इसके लिए नेपाल को बड़ा ऋण दिया है।
एक जनवरी को नए साल के मौके पर प्रचंड ने इसे देश को समर्पित किया था। उन्होंने यह कहकर इसका उद्घाटन किया कि इस एयरपोर्ट की मदद से क्षेत्रीय संपर्क और मजबूत हो सकेगा। बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ था और उसका उद्घाटन कर दिया गया।
चुकी इस परियोजना में चीन जुड़ा है, भारत का शुरू से इस पर पैनी नज़र है। उद्घाटन वाले दिन बुद्धा एयरवेज एक चार्टर्ड जहाज़ पोखरा और वाराणसी के बीच संचालित करना चाहता था। लेकिन भारत सरकार ने उसे अनुमति नहीं दी।