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रायपुर, मार्च 1
भारत का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक, राष्ट्रीय खनिज विकास निगम लिमिटेड (एनएमडीसी) ने फरवरी, 2022 के महीने में 4.31 मिलियन टन (एमटी) का उत्पादन किया और 3.97 मीट्रिक टन लौह अयस्क की बिक्री की।
इस्पात मंत्रालय के अधीन खनन प्रमुख ने पिछले वर्ष की इसी अवधि (सीपीएलवाई) की तुलना में उत्पादन में 11.66 प्रतिशत और बिक्री में 22.15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। वित्तीय वर्ष 2021-22 (FY22) के पहले 11 महीनों के लिए संचयी उत्पादन और बिक्री के आंकड़े, फरवरी 2022 तक, क्रमशः 37.18 मीट्रिक टन और 36.57 मीट्रिक टन रहे।
इन आंकड़ों ने एनएमडीसी का अब तक का सबसे अच्छा 11 महीने का भौतिक प्रदर्शन दर्ज किया। कंपनी ने पिछले वर्ष की समान अवधि में उत्पादन में 25.95 प्रतिशत और बिक्री में 25.45 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की।
कंपनी चालू वित्त वर्ष में अनुमानित 45 मीट्रिक टन के मुकाबले अगले वित्तीय वर्ष के दौरान लगभग 47-50 मीट्रिक टन लौह अयस्क का उत्पादन करने का लक्ष्य रखती है।
एनएमडीसी के बचेली में बनने वाले संयंत्रों में 2.5 मिलियन टन का उन्नयन है। इसके अगले वित्तीय वर्ष के मध्य में चालू होने की संभावना है। कंपनी ने कुमारस्वामी में 10 मीट्रिक टन के लिए ईसी (पर्यावरण मंजूरी) के लिए आवेदन किया है।
एनएमडीसी को वित्तीय वर्ष 2023-24 तक 50 मीट्रिक टन से अधिक उत्पादन की उम्मीद है।