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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को अपने अस्तित्व के लिए भारत पर पूरी तरफ निर्भर है।
पीसीबी के अध्यक्ष रमिज़ राजा ने स्वयं इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि अगर भारत सरकार चाहे तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड कभी भी गिर सकता है। वे गुरुवार को अंतर-प्रांतीय समन्वय पर सीनेट की स्थायी समिति को सम्बोधित करते हुए यह जानकारी दी।
राजा ने बताया कि पीसीबी को अपनी 50 फीसदी फंडिंग अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से मिलती है। फंडिंग का मतलब है कि निकाय टूर्नामेंट आयोजित करता है और सदस्य बोर्डों के बीच धन वितरित करता है।
पीसीबी प्रमुख ने कहा, ‘आईसीसी की नब्बे फीसदी फंडिंग भारतीय बाजारों से आती है। बोर्ड के अध्यक्ष ने यह खुलासा करने में संकोच नहीं किया कि एक तरह से भारतीय कारोबारी घराने पाकिस्तान क्रिकेट को बचा कर रखे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर भारतीय प्रधानमंत्री ने किसी भी समय फंडिंग रोकने का फैसला किया, तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड “ढह सकता है”।
ब्रीफिंग के दौरान, पीसीबी अध्यक्ष ने सिस्टम को ठीक करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि घरेलू क्रिकेटरों का वेतन बढ़ा दिया गया है ताकि “किसी भी क्रिकेटर को अब रिक्शा नहीं चलाना पड़ेगा। “
राजा ने कहा उन्होंने विभिन्न निवेशकों के साथ “सकारात्मक बैठकें” कीं और वे राष्ट्रीय क्रिकेट की बेहतरी के लिए पैसे की पेशकश करने को तैयार थे। क्रिकेट ढांचे में बदलाव के उद्देश्य से जल्द ही स्कूल स्तर पर काम शुरू किया जाएगा।
पीसीबी अध्यक्ष ने यह भी कहा कि जिन क्रिकेटरों ने मैच फिक्सिंग में शामिल होकर देश की छवि खराब की है उन्हें टीम में शामिल नहीं किया जाना चाहिए।