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चंडीगढ़, अप्रैल 11
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के धमकी के बाद भी IAS अधिकारी रहीं परमपाल कौर सिद्धू ने आज बीजेपी का दामन थाम लिया।
परमपाल, जो भटिंडा से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं, कुछ दिन पहले शासकीय सेवा से त्यागपत्र दे दिया था। पंजाब सरकार ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया।
मान ने अपने X पोस्ट में कहा कि सरकार ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है और वे किसी राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो सकती। उन्होंने यहाँ तक धमकी दे दी कि परमपाल को इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेग।
परमपाल कौर सिद्धू शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेता सिकंदर सिंह मलूका की बहू हैं। परमपाल के साथ गुरमीत सिंह मलूका भी बीजेपी में शामिल हुए हैं जो भटिंडा के जिला पंचायत अध्यक्ष हैं।
भटिंडा लोकसभा सीट पर उनका मुकाबला अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल की पत्नी और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल से हो सकता है। हरसिमरत कौर 2009 में पहली बार इस सीट से सांसद चुनी गई थीं। इसके बाद उन्होंने 2014 और 2019 के चुनाव में जीत दर्ज की. माना जा रहा है कि इस बार भी अकाली दल हरसिमरत कौर को उम्मीदवार बनाएगी।
आम आदमी पार्टी ने इस सीट से गुरमीत सिंह खुदियान को उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस ने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।
परमपाल कौर सिद्धू पंजाब राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध निदेशक रहीं है। उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्य सचिव अनुराग वर्मा को भेज दिया था। अक्टूबर में रिटायर होने वाली सिद्धू पंजाब सिविल सेवा अधिकारी थीं और जनवरी 2011 में आईएएस में प्रमोट हुईं थी।
पंजाब में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में 1 जून को मतदान होगा। पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें हैं और यहां कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, बीजेपी और अकाली दल के बीच मुकाबला है।