बम नहीं बायो फ़र्टिलाइज़र के लिए जाना जायेगा पुलवामा

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पुलवामा का नाम अब तक घातक आतंकी हमलो के लिया जाना जाता रहा है लेकिन यहां रहने वाले शेख बंधुओं ने क्षेत्र को अब राष्ट्रीय मानचित्र में एक नयी पहचान दे रहे है।

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बिलाल अहमद शेख और उनके भाई मुनीर अहमद शेख ने बायो फ़र्टिलाइज़र के क्षेत्र में अनुकरणीय काम किया है जिसका जिक्र आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मन की बात की 81वीं कड़ी में कही।

“साथियो, पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर, खेती में हो रहे नए प्रयोग, नए विकल्प, लगातार, स्वरोजगार के नए साधन बना रहे हैं। पुलवामा के दो भाइयों की कहानी भी इसी का एक उदाहरण है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बिलाल अहमद शेख और मुनीर अहमद शेख ने जिस प्रकार अपने लिए नए रास्ते तलाशे, वो नए भारत की एक मिसाल है,” प्रधानमंत्री के कहा।

“39 साल के बिलाल अहमद जी काफी पढ़े लिखे हैं, उन्होंने कई डिग्रियां हासिल कर रखी हैं। अपनी उच्च शिक्षा से जुड़े अनुभवों का इस्तेमाल आज वो कृषि में खुद का Start-up बनाकर कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिलाल जी ने अपने घर पर ही वर्मी कम्पोस्टिंग की यूनिट लगाई है। इस यूनिट से तैयार होने वाले बायो फर्टिलाइजर से न केवल खेती में काफी लाभ हुआ है, बल्कि यह लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी लेकर आया है,” नरेंद्र मोदी ने कहा।

हर साल इन भाइयों की यूनिट से किसानों को करीब तीन हजार क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट मिल रहा है। आज उनकी इस इकाई में 15 लोग काम भी कर रहे हैं और उसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, और उनमें ज्यादातर ऐसे युवा होते हैं, जो कृषि क्षेत्र में कुछ करना चाहते हैं।

पुलवामा के शेख भाइयों ने रोज़गार खोजने की जगह रोज़गार देने का संकल्प लिया और आज वो जम्मू-कश्मीर ही नहीं, बल्कि देश भर के लोगों को नई राह दिखा रहे हैं।

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