न्यूज़ रिवेटिंग
पटना, अक्टूबर 2
पटना उच्च न्यायालय की जानी मानी महिला अधिवक्ता और एडवोकेट एसोसिएशन की पूर्व संयुक्त सचिव छाया मिश्र ने विभिन्न उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायधीश और जजों की नियुक्ति में हो रहे देरी पर चिंता व्यक्त की है।
श्रीमती छाया मिश्र ने कहा की मई से सितम्बर तक सर्वोच्च न्यायालय के कॉलेजियम ने विभिन्न उच्च न्यायालय में नौ मुख्य न्यायधीश और १०६ जजों के नियुक्ति की सिफारिश भेजी, जिसमे मुख्य न्यायाधीश के लिए अनुशंसित नौ में सिर्फ एक और जजों में १०६ में सिर्फ छह सिफारिशों को स्वीकृति की।
आज भारत के मुख्य न्यायाधीश ने राष्ट्रपति के सामने भी नई दिल्ली में एक समारोह में इस सवाल को उठाया। विधि मंत्री ने उन्हें उचित आश्वासन दिया है।
राष्ट्रपति ने इस समारोह में इस बात पर जोर दिया की अब वूमेन डेवलपमेंट की जगह वूमेन लेड होना चाहिए। उन्होंने कहा जरूरत है अब न्यायालयों में महिला जजों की ज्यादा नियुक्ति हो, ज्यादा महिला मुख्य न्यायाधीश भी बने, साथ ही जिला न्यायालय में भी और महिला जज बने, ऐसी प्रणाली शुरू की जाए।