प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया और कहा कि पुडुचेरी में सत्ता में बैठे लोग स्थानीय चुनाव तो करा नहीं पा रहे हैं, लेकिन उन्हें लोकतंत्र की सीख लेने का सबक जरूर दे रहे हैं।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के सभी निवासियों के लिए आयुष्मान भारत के लाभों का विस्तार करते हुए, मोदी ने कांग्रेस को लोकतंत्र की सीख लेने के मसले पर आड़े हाथों लिया। केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में विपक्षी पार्टी सत्ता में है और वहां अभी तक पंचायत और नगरपालिका चुनाव सम्पन्न नही कराए गए हैं।
बिना नाम लिए कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुछ लोग उन्हें आए दिन लोकतंत्र की सीख लेने का सबक देते हैं, और उनके लिए “अपशब्दों” का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अभी तक पुडुचेरी में पंचायत चुनाव संपन्न नहीं कराए हैं।
पुडुचेरी में दशकों के इंतजार के बाद साल 2006 में स्थानीय चुनाव हुए थे। इस चुनावों में जो चुने गए, उनका कार्यकाल साल 2011 में ही खत्म हो चुका है। कुछ राजनीतिक दलों की कथनी और करनी में कितना बड़ा फर्क है, लोकतंत्र के प्रति वो कितना गंभीर हैं, ये इस बात से भी पता चलता है। इतने साल हो गए, पुडुचेरी में पंचायत वगैराह के चुनाव नहीं होने दिए जा रहे हैं।
तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को लेकर मोदी सरकार पर हालिया हमले में, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारत में “कोई लोकतंत्र नहीं है”।
प्रधानमंत्री ने जम्मू और कश्मीर के लोगों को लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि जिला विकास परिषद के चुनाव ने एक नया अध्याय लिखा है। उन्होंने लोगों को ठंड और कोरोना के बावजूद वोटिंग बूथ तक पहुंचने के लिए बधाई दी।
मोदी ने कहा, “जम्मू और कश्मीर के इन चुनावों ने हमारे देश में लोकतंत्र की ताकत दिखाई है।” जम्मू-कश्मीर के युवा आसानी से ऋण प्राप्त कर रहे हैं और शांति की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। जम्मू और कश्मीर में कई सालों से रह रहे लोगों को अब आवास प्रमाण पत्र मिल रहे हैं।आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को अब आरक्षण मिल रहा है जिनमें पहाड़ी क्षेत्रों के निवासियों से लेकर सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोग हैं।