न्यूज़ रिवेटिंग
चंडीगढ़, जनवरी 17
पार्टी में गुटबाजी से जूझ रहे पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को अब परिवार में भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
उनके भाई मनोहर सिंह ने रविवार को ऐलान किया कि वे बस्सी पठाना विधान सभा से चुनाव लड़ेंगे जहा से सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने अपने मौजूदा विधायक को मैदान में उतारने का फैसला किया है। मनोहर सिंह निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ेंगे। वे बस्सी पठाना विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर नजर गड़ाए हुए थे।
कांग्रेस ने 86 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची में शनिवार को बस्सी पठाना (सुरक्षित) सीट से पार्टी विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी को टिकट दिया। मनोहर सिंह ने गुरप्रीत सिंह जीपी को टिकट देने संबंधी कांग्रेस के फैसले को निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के साथ ‘‘अन्याय” करार दिया और आरोप लगाया कि मौजूदा विधायक ‘‘अक्षम और अप्रभावी” है।
सिंह ने पिछले साल अगस्त में खरड़ सिविल अस्पताल से वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया था। सिंह ने एमबीबीएस और एमडी किया है। उनके पास पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिग्री भी है और उन्होंने कानून की पढ़ाई भी की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कई पार्षदों, गांव के सरपंच और पंच से मिलने के बाद निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया।
पंजाब विधानसभा की 117 सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना 10 मार्च को।