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कोच्ची, जुलाई 12
केरल में कन्नूर जिले के पयान्नूर इलाके में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यालय पर पिछली रात बम फेंके गए।
सीसीटीवी फुटेज में दफ्तर की चारदीवारी में कई धमाके होते और कई खिड़कियों को क्षतिग्रस्त होते देखा जा सकता है। हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है। हमले के लिए आरएसएस ने माकपा को जिम्मेदार ठहराया है।
इलाके में दहशत को देख़ते हुआ भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि घटना रात एक बजे की है। हमलावरों की संख्या के बारे में जानकारी नहीं है। उनका पता लगाने के लिए क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। विस्फोटक अधिनियम के संबंधित प्रावधानों के तहम मामला दर्ज करके हमलावरों की तलाश की जा रही है। गौरतलब है कि 30 जून को माकपा के राज्य मुख्यालय ‘एकेजी सेंटर’ की एक दीवार पर बम फेंका गया था और पुलिस अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं कर पाई है।
इस घटना पर भाजपा नेता टॉम वडक्कन ने रिपब्लिक टीवी से बात करते हुए कहा कि यह बेहद चौंकाने और हैरान करने वाला है। कानून व्यवस्था इतनी गिर गई है कि सामाजिक संगठनों के ऑफिसों पर अब बम फेंके जा रहे हैं। यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरएसएस के दफ्तरों और कार्यकर्ताओं पर इस तरह के हमले पहले भी हो चुके हैं। ऐसी कानून-व्यवस्था से जल्द से जल्द निपटना होगा। पुलिस और प्रशासन इसके लिए जवाबदेह है। केरल की जनता इस घटना को ऐसे ही नहीं जाने देगी।
वडक्कन ने कहा कि पुलिस की मिलीभगत बहुत खतरनाक है। ऐसे उदाहरण हैं जहाँ पुलिस स्टेशन 100 मीटर दूर है और फिर भी कुछ नहीं होता है। कार्यालयों को खास तौर पर कन्नूर जैसे संवेदनशील जिले में सुरक्षा दिया जाना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं किया गया है। ऐसे में यह न सिर्फ लापरवाही, बल्कि मिलीभगत भी है। उन्होंने कहा, “मुझे यह कहते हुए खेद हो रहा है, मगर राज्य में किसी भी राजनीतिक कार्यालय को नुकसान के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।”