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कोच्ची, मार्च 6
फ़ोर्ट कोच्चि में काशी आर्ट कैफ़े ने यूक्रेन में सामने आई मानव त्रासदी को देखते हुए यह घोषणा की है कि उनके रेस्तरां में अब रशियन सैलेड नहीं परोसा जाएगा।
रेस्तरां के बाहर एक स्लेट बोर्ड में लिखा है: “यूक्रेन के लोगों के साथ एकजुटता में हमने अपने मेनू से ‘रूसी सलाद’ को हटा दिया है”।
दिलचस्प बात यह है कि केरल मुख्य रूप से वामपंथियों का गढ़ है और तत्कालीन सोवियत से भावनात्मक निकटता साझा करता है। छात्रों को रूसी आक्रमण के कारण द्रुतशीतन और नारकीय अनुभवों से गुजरने के बाद वाम के गढ़ में रूस के खिलाफ विरोध सामने आ रहा है।
रूसी कार्रवाई ने यूक्रेन में न केवल जन जीवन बल्कि सीमा पार के छात्रों को भी प्रभावित किया। विभिन्न संघर्ष क्षेत्रों में फंसे छात्रों ने राज्य के अधिकारियों को मदद के लिए संदेश भेजे हैं। राज्य के करीब 700 छात्र अभी भी पूर्वी यूक्रेन के एक शहर सूमी में फंसे हुए हैं, जहां पिछले कुछ दिनों में रूस की ओर से भारी गोलाबारी हो रही है।
यहां तक कि दुनिया भर के देश यूक्रेन में रूस की बढ़ती आक्रामकता के बीच प्रतिबंध लगा रहे हैं, कई छोटे और बड़े प्रतिष्ठानों के पास युद्ध का विरोध करने के अपने तरीके हैं।
जहां यूरोप और अमेरिका में सुपरमार्केट शृंखलाओं ने रूसी खाने-पीने की चीजों को बंद कर दिया है, वहीं केरल में एक कैफे की अपनी शैली है; मेनू से रूसी सलाद गायब !