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अहमदाबाद, 21 अप्रैल
घातक कोरोना ने देश के हर नुक्कड़ को संक्रमित कर दिया है लेकिन गुजरात के एक गांव में अपनी छाप छोड़ने में असफल रहा।
अरब सागर में बसे और चारो तरफ से पानी से घिरी शियाल बेट खबरों में है। जहां पूरा देश COVID -19 से लड़ रहा है, जान लेवा वायरस एक साल बाद भी गाँव तक पहुँचने में विफल रहा है। गुजरात में पिछले 24 घंटों में 12000 से अधिक मामलों दर्ज किये गए है और राज्य नए मामलों में शीर्ष 10 की सूची में है।
शियाल बेट के सरपंच हमीरभाई शियाल ने कहा कि गांव ने पिछले एक साल में कोरोनोवायरस संक्रमण का एक भी मामला दर्ज नहीं किया है। गाँव में बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है, उन्होंने कहा कि निवासियों ने बिना किसी काम के गांव से बाहर नहीं जाने दिया जाता है।
गुजरात में पिपावाव बंदरगाह से दूर स्थित यह द्वीप शियाल बेट अमरेली जिले की प्रशासनिक सीमा के अंतर्गत आता है। यह जाफराबाद उप-जिला मुख्यालय से 12 किमी और अमरेली मुख्यालय जिले से 190 किमी दूर स्थित है।
गाँव का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 75.32 हेक्टेयर है। शियाल बेट की कुल आबादी 5,096 लोगों की है। गाँव में लगभग 832 घर हैं जो राजुला विधानसभा और अमरेली संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। जफराबाद शियालबेट से निकटतम शहर है जो लगभग 12 किमी दूर है।
शियाल बेट अरब सागर में है, जो चारों तरफ से पानी से घिरा हुआ है। यह गुजरात का ऐसा स्थान है जो केवल नाव से ही पहुँचा जा सकता है। हालांकि खारे पानी से घिरे, शियाल बेट में ताजे पानी के कुएं भी हैं। जो भी गांव पहुंचना चाहता है, उसे पिपावाव में एक निजी नाव लेनी होती है।
आजादी के बाद से अंधेरे में रह रहे इस गांव में 2016 में पहली बार बिजली आई।